चांद पर कौन-कौन गया है: विज्ञान ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। आज हम मंगल ग्रह पर एक शहर स्थापित करने के बारे में बात करते हैं और कोई इनकार नहीं कर सकता कि हम भविष्य में अवश्य ही मंगल ग्रह पर बसेंगे। आज के समय में मानव चाँद पर पहुंच गया है, कुछ लोग चाँद पर गए और सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए।
सब कुछ इसलिए संभव हुआ है क्योंकि विज्ञान की उन्नति के कारण हम अपने रोबोट भेजकर अन्य ग्रहों के बारे में जानकारी जुटाने में सक्षम हो रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारी नोटिस में आए हुए पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह चाँद के बारे में कई तथ्य भी सामने आए हैं।
कई लोगों ने इस पर कदम रखे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कौन-कौन से लोग चाँद पर गए हैं – चाँद पर कौन-कौन गया है? आइए जानते हैं कि अबतक कितने मानव चाँद पर कदम रख चुके हैं?
नील आर्मस्ट्रांग चाँद पर चलने वाले पहले व्यक्ति थे। अधिकतर लोग इस बात को जानते हैं, लेकिन इसके अलावा 11 और लोग चाँद पर गए हैं। जिनके बारे में हम आज यहां पढ़ने जा रहे हैं।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि चाँद पर एक जानवर भी गया था जो कि एक कुत्ते था। जिसका नाम लाइका था, जो रूस के स्पूतनिक-2 अंतरिक्ष यान से 1957 में चाँद पर गया था।
चाँद पर जाने वाले लोगों के नाम | Chaand Par Jaane Vaale Logon ke Naam in Details
Mission Name | Country | Year | Duration | EVA Time | Landing Site |
---|---|---|---|---|---|
Apollo 11 | Neil Armstrong | USA | 1969 | 8 days | 2 hours 31 min |
Apollo 11 | Buzz Aldrin | USA | 1969 | 8 days | 2 hours 31 min |
Apollo 12 | Pete Conrad | USA | 1969 | 10 days | 7 hours 45 min |
Apollo 12 | Alan Bean | USA | 1969 | 10 days | 7 hours 45 min |
Apollo 14 | Alan Shepard | USA | 1971 | 9 days | 9 hours 17 min |
Apollo 14 | Edgar Mitchell | USA | 1971 | 9 days | 9 hours 17 min |
Apollo 15 | David Scott | USA | 1971 | 12 days | 18 hours 37 min |
Apollo 15 | James Irwin | USA | 1971 | 12 days | 18 hours 37 min |
Apollo 16 | John Young | USA | 1972 | 11 days | 20 hours 14 min |
Apollo 16 | Charles Duke | USA | 1972 | 11 days | 20 hours 14 min |
Apollo 17 | Eugene Cernan | USA | 1972 | 12 days | 22 hours 37 min |
Apollo 17 | Harrison Schmitt | USA | 1972 | 12 days | 22 hours 37 min |
Luna 16 | Yuri Gagarin | Soviet Union | 1970 | 12 hours | N/A |
Luna 20 | Alexei Leonov | Soviet Union | 1972 | 3 days | N/A |
Luna 21 | Valery Bykovsky | Soviet Union | 1973 | 4 days | N/A |
चांद पर कौन-कौन गया है| Chand Par Kon Kon Gaya Hai
1. नील आर्मस्ट्रांग

नील आर्मस्ट्रांग 5 अगस्त 1930 को जन्मे थे। नील आर्मस्ट्रांग एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो अपने जीवन में अनेकों महत्वपूर्ण यात्राओं का सामना कर चुके थे। वह दुनिया के पहले मनुष्य थे जो 1969 में चांद पर कदम रखने वाले थे। उन्होंने अपने अंतरिक्ष यात्राओं में कई रिकॉर्ड बनाए और विश्व भर में उनकी प्रशंसा की गई।
नील आर्मस्ट्रांग 1930 में ओहाइओ में जन्मे थे। उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता प्राप्त की और अमेरिकी नौसेना में शामिल हो गए। उन्होंने बाद में अमेरिकी वायु सेना में भी सेवा की।
नील आर्मस्ट्रांग की सबसे महत्वपूर्ण अंतरिक्ष यात्रा 1969 में हुई थी जब उन्होंने अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बज्ज आल्द्रिन के साथ चांद पर कदम रखा था। इस यात्रा को अमेरिका के लोगों ने अधिकतर “अपोलो 11” के नाम से जाना। यह उनकी जीवन में एक महत्वपूर्ण क्षण था और दुनिया भर में इसकी बहुत ज़्यादा चर्चा हुई।
2. बज अल्ड्रिन

बज अल्ड्रिन नील आर्मस्ट्रांग के अंतरिक्ष यान के पायलट और चाँद पर कदम रखने वाले दूसरे व्यक्ति थे।
बज अल्ड्रिन एक प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे। उन्होंने अपने अंतरिक्ष यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रीय एयरोनॉटिक्स एवं स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के एक अंतरिक्ष यान में एक सहयात्री के रूप में शामिल हुए थे। वे अपनी यात्रा के दौरान 1969 में चाँद पर पहुँचे थे और इस तरह वे दूसरे मानवों के साथ चाँद पर पहले लोगों में से एक थे।
बज अल्ड्रिन का जन्म 20 जनवरी, 1930 को अमेरिका के मोंटक्लेयर शहर में हुआ था। उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता को नई जर्जी में से प्राप्त किया था। उन्होंने नासा के लिए अनेक अंतरिक्ष यात्राओं में भाग लिया था और उन्होंने इस विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों के साथ सहयोग किया था।
अल्ड्रिन ने एक अमेरिकी वायु सेना के सदस्य के रूप में भी भाग लिया था और उन्होंने अपनी इस सेवा के दौरान अनेक सम्मानों को प्राप्त किया था।
3. पीट कॉनराड

पीट कॉनराड अपोलो-12 मिशन के साथ यात्रा करने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष यान के एक अधिकारी थे। यह वाहन 1969 के नवंबर महीने में भेजा गया था। पीट कॉन्राड (2 जून 1930 – 8 जुलाई 1999) चाँद पर चलने वाले तीसरे व्यक्ति थे।
पीट कॉनराड एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो अपने जीवन में बहुत से महत्वपूर्ण यात्राओं को संपन्न कर चुके थे। उन्होंने NASA के लिए काम करते हुए 3 अंतरिक्ष यात्राओं में भाग लिया था।
पीट कॉन्राड का जन्म 11 जून, 1930 को न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। वे अपने अंतरिक्ष यात्राओं में विभिन्न भौतिक और वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा 1965 में की थी जो कि उस समय सबसे लम्बी यात्रा थी। उन्होंने दूसरी यात्रा 1966 में की जब वे Gemini 11 मिशन के लिए भेजे गए थे। उनका तीसरा और अंतिम अंतरिक्ष यात्रा 1973 में हुआ था जब वे Skylab 2 मिशन के लिए भेजे गए थे।
पीट कॉन्राड को उनकी उपलब्धियों के लिए NASA द्वारा कई अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपने जीवन में अनेक उपलब्धियां हासिल की थीं जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण उनके यात्राओं में से थीं।
4. एलन बीन

एलन बीन ने भी अपोलो मिशन 12, 1969 में भाग लिया था, जिन्हें 15 मार्च 1932 को जन्म लिया था। वह चाँद पर चलने वाले चौथे व्यक्ति थे।
एलन बीन एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो अपने जीवन में बहुत से महत्वपूर्ण यात्राओं को संपन्न कर चुके थे। वे NASA के एक प्रमुख अंतरिक्ष यात्री थे जिन्होंने 1969 में चंद्रयान-12 मिशन में भाग लिया था। इस मिशन के दौरान वे चंद्रयान पर जाकर इससे जुड़ी कई उपलब्धियों को हासिल करने में सफल रहे।
एलन बीन ने अपनी अंतरिक्ष यात्राओं में विभिन्न वैज्ञानिक और भौतिक प्रयोगों को संपादित किया। उन्होंने अपने अंतरिक्ष यात्राओं में सफलता हासिल की जो उन्हें एक उत्कृष्ट अंतरिक्ष यात्री बनाती है। उन्होंने NASA के लिए काम करते हुए अपने जीवन के दौरान कई अवार्ड जीते जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण उनके यात्राओं में से थे। उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था और उन्हें दुनिया भर में उनकी यात्राओं की याद रहेगी।
5. एलन शेपर्ड

1971 में, एलन शेपर्ड अपोलो 14 मिशन पर थे। एलन शेपर्ड 18 नवंबर, 1923 को अमेरिका में पैदा हुए थे और 21 जुलाई, 1988 को उनका निधन हो गया। एलन शेपर्ड दुनिया में पांचवें व्यक्ति थे जो चाँद पर चलकर आए थे।
एलन शेपर्ड एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे, जो उन सात लोगों में से थे जो 1961 में NASA के पहले मनवी अंतरिक्ष यात्री थे। उन्होंने उस समय यूरोपीय राष्ट्रों के साथ जोड़ी गई “मर्क और मेक्यूरी मिशन” का सफलतापूर्वक पूरा किया और अंतरिक्ष यात्राओं का एक नया मुख्य आधार बनाया।
शेपर्ड की यात्राओं में से सबसे प्रसिद्ध उनकी 1971 में अपने दोस्त एड मित्चेल के साथ चंद्रयान-14 मिशन थी, जो उस समय तक का सबसे लंबा अंतरिक्ष यात्रा थी। उन्होंने इस मिशन के दौरान चंद्रयान के सतह पर उतर कर कई उपलब्धियां हासिल की जिससे वे एक उत्कृष्ट अंतरिक्ष यात्री बने।
शेपर्ड के यात्राओं के लिए उन्हें सम्मानित किया गया और उन्हें दुनिया भर में उनकी यात्राओं की याद रहेगी।
6. एडगर मिशेल

एडगर मिशेल ने 1971 में अपोलो 14 मिशन के दौरान चाँद पर जाना था। वह 17 सितंबर, 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका में जन्मे थे और 4 जुलाई, 2016 को निधन हो गए थे।
एडगर मिशेल एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे, जिन्होंने अपने जीवन के दौरान बहुत से महत्वपूर्ण यात्राएँ की। उनकी पहली अंतरिक्ष यात्रा 1985 में अमेरिकी रोजगार नियंत्रण केंद्र (NASA) की उड़ान संचालन नीति के अंतर्गत हुई थी।
उनकी दूसरी यात्रा 1992 में हुई थी, जब उन्होंने STS-49 मिशन के दौरान संभावित उपग्रह को ठीक करने के लिए एक अनोखा टूल बनाया था। इस टूल की सहायता से उन्होंने उपग्रह को सफलतापूर्वक स्थापित किया था।
एडगर मिशेल के जीवन और उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था और उन्हें दुनिया भर में अंतरिक्ष उड़ानों के लिए स्मरणीय बनाया जाएगा।
7. डेविड स्कॉट

डेविड स्कॉट ने 1971 में चाँद पर जाना था। जो डेविड चाँद पर चलने वाले सातवें व्यक्ति बने। वह सैन एंटोनियो, टेक्सास, संयुक्त राज्य अमेरिका में पैदा हुए थे। इसके अलावा, उन्होंने अपोलो 15, अपोलो 9, जेमिनी 8 मिशनों में भी काम किया था।
डेविड स्कॉट एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो अपने जीवन के दौरान तीन अलग-अलग मिशनों में NASA के लिए काम करते रहे। उन्होंने स्पेस शटल चालक के रूप में विभिन्न अंतरिक्ष मिशनों में भाग लिया और उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन में कुल 4 महीने बिताए। उनकी पहली उड़ान 1997 में हुई, जब वे STS-87 मिशन के सह-यात्री थे। उन्होंने अपनी दूसरी उड़ान STS-101 में 2000 में भाग लिया, और उन्होंने तीसरी उड़ान STS-119 में 2009 में भी ली थी।
डेविड स्कॉट ने अंतरिक्ष स्टेशन में अपने अनुभव का उपयोग करते हुए विभिन्न अनुसंधानों में भी भाग लिया। वे उच्च शिक्षा और उन्नत तकनीकों के संबंध में अनुसंधानों पर केंद्रित थे।
डेविड स्कॉट के योगदान ने अंतरिक्ष में लोगों की जीवन गुणवत्ता में सुधार किया है।
8. जेम्स इरविन

जेम्स इरविन 17 मार्च 1930 को अमेरिका में जन्मे थे, वे अपोलो मिशन 15 में थे। उनकी 8 अगस्त 1991 को हृदय घात के कारण मृत्यु हो गई थी जब वे 61 वर्ष के थे।
जेम्स इरविन एक पूर्व अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो NASA के लिए काम करते रहे। उन्होंने अपने जीवन के दौरान कई अलग-अलग मिशनों में भाग लिया, जिसमें उनकी सफलता के बाद से उन्हें स्पेस में उड़ान भरने का मौका मिला। उनका सबसे अहम अंतरिक्ष मिशन अपोलो 15 था, जो 1971 में हुआ था। इस मिशन के दौरान, जेम्स इरविन उप-अंतरिक्ष यात्री बने और वे चंद्रयान की सतह पर लैंडिंग की गई थीं।
जेम्स इरविन का जन्म 17 मार्च, 1930 को हुआ था। वे अमेरिकी वायु सेना में काम करते रहे और अपनी सफलता के बाद NASA में शामिल हुए। जेम्स इरविन अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान ध्यान देने लायक विभिन्न अनुसंधानों में भी भाग लिया, जो उच्च शिक्षा, चंद्रयान की सतह और अंतरिक्ष के अन्य विषयों पर फोकस करते थे।
9. जॉन यंग

जॉन यंग 1972 मिशन अपोलो 16 के कमांडर थे। उनका पूरा नाम जॉन वॉट्स यंग है। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के एक अंतरिक्ष यात्री, परीक्षण पायलट, एयरोनॉटिकल इंजीनियर और नेवल अधिकारी भी रहे हैं। जॉन यंग का जन्म 24 सितंबर 1930 को हुआ था, यह भी अमेरिका के नागरिक थे।
जॉन यंग अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो नासा (NASA) के लिए काम करते रहे। उन्होंने अपने जीवन के दौरान कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया, जिसमें उनकी सफलता के बाद से उन्हें स्पेस में उड़ान भरने का मौका मिला।
जॉन यंग का सबसे अहम अंतरिक्ष मिशन अपोलो 16 था, जो 1972 में हुआ था। इस मिशन के दौरान, जॉन यंग चंद्रयान की सतह पर उड़ान भरने वाले तीसरे अंतरिक्ष यात्री बने।
जॉन यंग का जन्म 24 सितंबर, 1930 को हुआ था। वे अमेरिकी नौसेना में काम करते रहे और अपनी सफलता के बाद NASA में शामिल हुए। जॉन यंग एक बेहद प्रतिभाशाली अंतरिक्ष यात्री थे, जो अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान ध्यान देने लायक विभिन्न अनुसंधानों में भी भाग लिया, जो उच्च शिक्षा, चंद्रयान की सतह और अंतरिक्ष के अन्य विषयों पर फोकस करते थे।
10. चार्ल्स ड्यूक

चार्ल्स ड्यूक सन 1972 में अपोलो 16 मिशन में ही थे। चार्ल्स ड्यूक का पूरा नाम चार्ल्स मॉस ड्यूक जूनियर है यह 3 अक्टूबर सन 1935 को United States में जन्मे थे।
चार्ल्स ड्यूक एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे जो नासा (NASA) के लिए काम करते रहे। वे अपने जीवन के दौरान कई महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया, जिनमें उन्होंने उड़ान भरी। चार्ल्स ड्यूक का सबसे अहम अंतरिक्ष मिशन अपोलो 16 था, जो 1972 में हुआ था। उन्होंने अपने इस मिशन के दौरान चंद्रयान की सतह पर उड़ान भरी।
चार्ल्स ड्यूक का जन्म 14 फरवरी, 1935 को हुआ था। वे अमेरिकी नौसेना में काम करते थे और उन्हें अंतरिक्ष यात्रा करने के लिए चुना गया था।
उन्होंने अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान ध्यान देने लायक विभिन्न अनुसंधानों में भी भाग लिया, जो उच्च शिक्षा, चंद्रयान की सतह और अंतरिक्ष के अन्य विषयों पर फोकस करते थे।उनकी सफलता ने अंतरिक्ष यात्राओं के क्षेत्र में अन्य लोगों को प्रेरित किया और उन्हें स्पेस में जाने के लिए प्रेरित किया।
11. यूजीन सेरनन

यूजीन सेरनन चन्द्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के ग्यारहवें व्यक्ति थे। यूजीन ने 7 दिसंबर सन 1972 को अपोलो 17 मिशन में हिस्सा लिया और चाँद पर जाने के लिये तेयारी की थी । यह इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, पूर्व वैमानिकी इंजीनियर, लड़ाकू पायलट होने का अनुभव रखते थे। इनका जन्म 14 मार्च सन 1934 को अमेरिका के शिकागो में हुआ था।
युजीन सेरनन एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और उड़ान भरने वाला पायलट थे जो नासा (NASA) के लिए काम करते थे। उन्होंने अपने जीवन के दौरान दो महत्वपूर्ण मिशनों में भाग लिया, जिनमें उन्होंने उड़ान भरी।
युजीन सेरनन का जन्म 26 जून, 1956 को फ्लोरिडा, अमेरिका में हुआ था। वे अमेरिकी नौसेना में भी काम करते थे और उन्हें अंतरिक्ष यात्रा करने के लिए चुना गया था। उन्होंने अपने पहले अंतरिक्ष मिशन, स्पेस शटल डिस्कवरी के दौरान उड़ान भरी। उनका दूसरा अंतरिक्ष मिशन, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर था, जहां उन्होंने अंतरिक्ष में एक महीने से अधिक वक्त बिताया।
उन्होंने अपनी अंतरिक्ष यात्राओं के दौरान उन्हें मिले अनुभवों के बारे में शेयर करते हुए युवाओं और आगे के पीढ़ियों को प्रेरित किया।
12. हैरिसन श्मिट

हैरिसन श्मिट चन्द्रमा पर जाने वाले विश्व के 12 वे तथा अभी तक के आखरी इंसान थे। यह सन 1972 के अपोलो 17 मिशन में शामिल हो कर चाँद पर गये थे। इनका जन्म 3 जुलाई सन 1935 को अमेरिका में हुआ था।
हैरिसन श्मिट एक प्रसिद्ध अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थे। उन्होंने 1985 में अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा की थी जब वे स्पेस शटल चैलेंजर के सह-यात्री बने थे। इसके बाद, वे 1992 में अपनी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा करने वाले अमेरिकी मिशन में शामिल हुए, जो स्पेस शटल एंडेवर के साथ संचालित हुआ था। उन्होंने इस अंतरिक्ष मिशन के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन को रखरखाव किया था।
हैरिसन श्मिट एक वरिष्ठ अंतरिक्ष यात्री थे जिन्होंने अपने जीवन में विभिन्न सम्मानों से सम्मानित हुए। उन्होंने अपनी अंतरिक्ष यात्राओं में बहुत से वैज्ञानिक अनुसंधानों को संभाला था जो अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में उपयोगी थे। हैरिसन श्मिट ने अंतरिक्ष में लंबी अवधि बिताकर मानव जाति को एक नई दिशा दी है जो अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अनवरत तरक्की कर रही है।
FAQs Related to चांद पर कौन-कौन गया है
चाँद धरती से लगभग 384,400 किलोमीटर दूर है।
चाँद धरती से लगभग 384,400 किलोमीटर दूर है। चाँद का विस्तार धरती से लगभग 3,476 किलोमीटर है। चाँद का अपना चक्रवाती गति होती है, इसलिए यह हमेशा धरती के चारों तरफ घूमता रहता है।
चांद पर अब तक कितने लोग जा चुके हैं
चांद पर अब तक 12 लोग जा चुके हैं। जिनके नाम ऊपर दिए गए हैं।
सबसे पहले चांद पर कौन गया?
सबसे पहले चांद पर जाने वाले व्यक्ति नील आर्मस्ट्रांग हैं।
चांद पर दूसरा कदम किसने रखा था?
बज आल्ड्रीन चाँद पर कदम रखने वाले दुसरे इंसान हैं। ये नील के पायलट थे।
चाँद पर सबसे पहले जाने वाली महिला कौन थी ?
चाँद पर चलने वाली पहली महिला अभी तक नहीं गई है। चाँद पर केवल पुरुष अंतरिक्ष यात्री गए हैं, जिनमें से नील आर्मस्ट्रांग और बज अल्ड्रिन पहले चाँद पर चलने वाले थे। लेकिन अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तरफ से चाँद पर महिला अंतरिक्ष यात्री भेजने की योजना है और यह शायद अगले कुछ सालों में संभव हो सकता है।
चाँद पर जाने वाला पहला भारतीय कौन है
भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा थे लेकिन वह चाँद पर नहीं गए थे। अभी तक कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री चाँद पर नहीं गया है। लेकिन भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने चाँद पर मिशन चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 को सफलतापूर्वक भेजा था।
चाँद पर कदम रखने वाला पहला भारतीय
अभी तक कोई भारतीय चाँद पर कदम नहीं रखा है। चाँद पर अब तक केवल अमेरिकी और सोवियत अंतरिक्ष यात्रियों ने कदम रखे हैं।
चांद पर कैसे जाते हैं
चांद पर जाने के लिए एक अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के ग्रहण गति से बाहर लॉन्च किया जाता है। फिर उसे सही दिशा में चाँद के पास ले जाने के लिए एक ट्राजेक्टर इस्तेमाल किया जाता है। चाँद के पास पहुंचने के बाद, यान को चाँद की सतह पर लैंड करने के लिए डिस्टेबेड विभिन्न विज्ञान परीक्षण करता है। जब यान चाँद की सतह पर लैंड करता है, तो अंतरिक्ष यात्रियों को सुई के जैसी चाँद की रक्षा सूट पहनना होता है, ताकि वे चाँद की खराब हवा से सुरक्षित रह सकें।